India General Election 2024 का मतदान शुरू, मोदी के तीसरी बार जीत की उम्मीद 

India General Election 2024

India General Election 2024 शुरू हो गया है जिसमे Bharatiya Janata party को अपने 10 साल के कार्यकाल में भारतीय लोकतंत्र को कमजोर करने के आरोपों के बीच अपना संसदीय बहुमत बढ़ाने की उम्मीद है |

India General election दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया है, जिसमें लगभग 97 करोड़ से अधिक मतदाता हिस्सा लेते हैं, जो दुनिया की आबादी का 10% से अधिक हैं। India General Election 2024 की मतदान प्रक्रिया शुक्रवार को सुबह 8 बजे से देश भर में 102 निर्वाचन क्षेत्रों में शुरू हुआ और अगले 6 हफ्तों में, 7 चरणों में, 1 जून तक जारी रहेगा। सभी नतीजों की गिनती और घोषणा 4 जून को की जाएगी|

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जिसमे राजनितिक विशेषज्ञों को India General Election 2024 में भाजपा के सत्ता में तीसरी बार जीतने की व्यापक उम्मीद है।
सर्वे PM Narendra Modi को भारत के सबसे लोकप्रिय राजनीतिक नेता के रूप में दिखाते हैं,जबकि विपक्ष ने सरकार पर चुनाव में EVM Hack और भारत के लोकतंत्र और इसकी चुनावी प्रक्रियाओं की अखंडता को नष्ट करने का भी आरोप लगाया है।

विपक्ष का आरोप है कि भाजपा सरकार ने राजनीतिक विरोधियों को पकड़ने और जेल भेजने के लिए देश के उपकरणों जैसे ED, CBI, का अनुचित रूप से उपयोग किया है तथा भाजपा सरकार पर प्रेस की स्वतंत्रता को ख़त्म करने और आलोचनात्मक मीडिया को दबाने का प्रयास करने का भी आरोप है। चुनाव आयोग और न्यायपालिका जैसे प्रमुख केन्द्रीय संस्थानों की स्वतंत्रता को कम कर दिया है, हालाँकि Central government इस आरोप से इनकार करती है।
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में आगामी India General Election 2024 को “Rigged match” कहा, और भाजपा के खिलाफ लड़ाई को “भारत के लोकतंत्र और संविधान” की लड़ाई बताया।

कुछ विशेषज्ञों का मानना है की Modi government ने आर्थिक विकास की कहानी को भी आगे बढ़ाया है, भारत अब दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, साथ ही बुनियादी ढांचे का निर्माण, उदार कल्याण योजनाएं और विश्व नेताओं द्वारा भारत को एक महान उभरती विश्व शक्ति के रूप में अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली है।
पिछले साल Moon Mission में चन्द्रमा पर भारत की सफल लैंडिंग और जनवरी में पवित्र शहर Ayodhya में Ram Mandir के उद्घाटन जैसी घटनाओं से मोदी की लोकप्रियता को चुनाव से पहले और बढ़ावा मिला है|

मोदी की लोकप्रियता का श्रेय उनके हिंदूवादी होने को दिया जाता है, जिसने देश को पिछली हिंदू सभ्यता की महानता में वापस लाने पर जोर दिया है और हिंदू बहुसंख्यक देश में काफी समर्थन हासिल किया है।PM Narendra Modi के समर्थकों ने प्रधानमंत्री को एक गतिशील नेता बताया जो हमारे देश को एक नई छवि दे रहे हैं और हर भारतीय के लिए दुनिया भर में सम्मान अर्जित कर रहे हैं। मोदी जी के समर्थको का मानना है कि “मोदी के नेतृत्व में, भारत चाँद पर जा सकता है और साथ ही अपनी संस्कृति और जड़ों पर गर्व कर सकता है। मोदी जी विकास, सम्मान और ऐतिहासिक गलतियों को दूर करने की बात करते हैं|

Carnegie Endowment for International Peace कार्यक्रम के South Asia के Director Milan Vaishnav ने इस बात पर जोर दिया कि चुनाव में भाजपा की मजबूत स्थिति कुछ हद तक विपक्ष की कमजोर स्थिति के कारण थी, जो मोदी के खिलाफ जाने के लिए एक सुसंगत विकल्प या मजबूत राष्ट्रीय नेतृत्व पेश करने में विफल रही है।
इन्होने India General Election 2024 को “मोदी के एक दशक के शासन पर जनमत संग्रह” बताया गया।जबकि कांग्रेस सहित 27 विपक्षी दल पिछले साल INDI Alliances के तहत एक गठबंधन बनाने के लिए एक साथ आए थे, लेकिन वे नेतृत्व और सीट-बंटवारे पर समझौते पर एक नही हो सके और अभी भी बिखरे हुए दिखाई दे रहे हैं।

हालांकि, वैष्णव ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से विपक्ष और कमजोर हो गया है। उन्होंने हाल के आरोपों की ओर इशारा किया कि चुनाव की तैयारी में विपक्षी हस्तियों पर हमले बढ़ा दिए गए हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल को हाल ही में भ्रष्टाचार के एक मामले में जेल भेजा गया था और कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि कर अधिकारियों ने उनकी पार्टी के लाखों फंड जब्त कर लिए हैं।

एक हालिया अदालत के फैसले से यह भी पता चला कि चुनाव प्रचार के अपारदर्शी रूप Electoral Bond से भाजपा को कितना फायदा हुआ। पार्टी को 60 अरब रुपये से अधिक का दान मिला, जो किसी भी अन्य राजनीतिक दल से कहीं अधिक है।

ऐसा भाजपा का आत्मविश्वास है, मोदी ने 370 से अधिक सीटें जीतने के अपने इरादे के बारे में बार-बार बात की है, जो 2019 में जीती गई 303 सीटों से एक बड़ी छलांग होगी, और गठबंधन के लिए यह 400 से अधिक सीटें जीतने की ओर अग्रसर है। इसके तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों के लिए योजनाएँ पहले ही बनाई जा चुकी हैं।

विपक्ष ने चिंता व्यक्त की है कि यदि भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलता है, तो वह भारत के संविधान को बदलने के लिए कदम उठाएगी, जो देश की धर्मनिरपेक्ष गणराज्य के रूप में स्थिति को सुनिश्चित करता है, और इसके बजाय इसे हिंदूराष्ट्र के रूप में औपचारिक रूप देगा। हालांकि बीजेपी के कुछ नेताओं ने व्यक्तिगत रूप से इस विषय पर बात की है, लेकिन पार्टी ने इस इरादे से इनकार किया है।

विशेष रूप से युवा लोगों के लिए बेरोजगारी और महँगाई दर के कारण रोजमर्रा की वस्तुओं की बढ़ती लागत जैसे मुद्दे India General Election 2024 में भाजपा के खिलाफ हो सकते हैं।